दोस्तों अपनों से बिछड़ने का दर्द बहोत से लोगो को पता होगा की जब कोई अपना हमसे दूर चला जाता है तो हमें केसा लगता है, रात भर नींद नहीं आती, आँखे बंद करें तो सिर्फ उसी शख्स के सपने सामने आते है और खोले तो उसी इंसान के ख्याल दिमाग में आते है, इसी लिए आपके दर्द को समझते हुए हम आज आप सब के लिए अपनों से बिछड़ने की शायरी | बिछड़ना शायरी लेकर आये है।
दोस्तों इस पोस्ट में हम बिछड़ना शायरी से लेकर और भी इसी वर्ग की शायरियाँ डालने वाले है जो निम्न है :- बिछड़ना शायरी | जुदाई शायरी | छोड़कर जाने वाली शायरी | दूर जाने वाली शायरी | अपनों की याद शायरी | बिछड़ने की शायरी फोटो | दोस्त से बिछड़ने पर शायरी फोटो | आदि ।
अपनों से बिछड़ने की शायरी | बिछड़ना शायरी
tumhara tum kehkar roz ghagadna mujhse,
tumhara aap kehkar bichadne se accha tha.
तुम्हारा तुम कहकर रोज़ झगड़ना मुझसे,
तुम्हारा आप कहकर बिछड़ने से अच्छा था.
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Mujhe chhodke tumhe rehna accha lagta hai na,
to jao khush raho, mujhe bhi tumhari khushi acchi lagti hai.
मुझे छोड़के तुम्हे रहना अच्छा लगता है न,
तो जाओ खुश रहो, मुझे भी तुम्हारी ख़ुशी अच्छी लगती है.
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Bichadne ka dard unko hi pata hai,
jo maa baap se chhup ke akele me rehta ho.
बिछड़ने का दर्द उनको ही पता है,
जो माँ बाप से छुप के अकेले में रहता हो.
बिछड़ना शायरी
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Pata to mujhe bhi tha par yeh nahi pata tha,
ki sach bolne par rishte bikhar jate hai.
पता तो मुझे भी था पर यह नहीं पता था,
की सच बोलने पर रिश्ते बिखर जाते है.
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you sath chalna or tum se ham me badalna,
or fir sapno ki chahat me, hamare sapno ka yu tut kar bikharna,
fir ham se me or tum ho jana,
or fir tera yu zindagi me ana,
naa jane ab fir se milna ya fir bichhad jana.
यू साथ चलना और तुम से हम में बदलना,
और फिर सपनो की चाहत में, हमारे सपनो का यूँ टूट कर बिखरना,
फिर हम से में और तुम हो जाना,
और फिर तेरा यु ज़िन्दगी में आना,
ना जाने अब फिर से मिलना या फिर बिछड़ जाना.
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Naa jane kyu tujh se milkar tera bichadna yaad aata hai,
jab bhi purani bate yaaden aati hai to jana bahot rona aata hai,
janti hu tujhe to ab sirf nafrat jatana aata hai,
sochti hu ki kya tujhe bhi mera fasana yaad aata hai.
न जाने क्यों तुझसे मिलकर तेरा बिछड़ना याद आता है,
जब भी पुरानी बाते यादें आती है तो जाना बहुत रोना आता है,
जानती हु तुझे तो अब सिर्फ नफरत जताना आता है,
सोचती हू की क्या तुझे भी मेरा फ़साना याद आता है.
जुदाई शायरी
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bikhri nahi hu me hamesha nikhri hun,
jab bhi kisi se bichhdi hu.
बिखरी नहीं हु में हमेशा निखरी हूँ,
जब भी किसी से बिछ्ड़ी हु.
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Wo kehta tha tumhari kasam,
kabhi na chhodunga tumhe,
aj dekhe ham abhi tak zinda hai wah,
yaar kya jhoti kasam khai thi tune.
वो कहता था तुम्हारी कसम,
कभी न छोडूंगा तुम्हे,
आज देखे हम अभी तक ज़िंदा है वाह,
यार क्या झूठी कसम खाई थी तूने.
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kitna fasla tha hamare darmiyan,
unhe hamara milna zaruri nahi tha,
hame hamara bichadna manzur nahi tha.
कितना फासला था हमारे दरमियान,
उन्हें हमारा मिलना ज़रूरी नहीं था,
हमें हमारा बिछड़ना मंज़ूर नहीं था.
छोड़कर जाने वाली शायरी
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bahut accha chal raha tha yeh rishta hamara,
bichde is rafatar se mano, main aasmaan or wo tut ta tara.
बहुत अच्छा चल रहा था यह रिश्ता हमारा,
बिछड़े इस रफ़्तार से मानो, मैं आसमान और वो टूट ता तारा.
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mai har us pal tut kar bichad jati hu,
tera yun bichad jana,
or fir tera mujhe bhula dena.
मैं हर उस पल टूट कर बिछड़ जाती हु,
तेरा यूँ बिछड़ जाना,
और फिर तेरा मुझे भुला देना.
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Jinki manjil ek hoti hai,
wo raste pe hi to milte hai.
जिनकी मंजिल एक होती है,
वो रस्ते पे ही तो मिलते है.
दूर जाने वाली शायरी
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maine to samjha tha ke mil kar dastaan puri hui,
vo bichad kar or bhi lambi kahani kar gaye.
मैंने तो समझा था के मिल कर दास्तान पूरी हुई,
वो बिछड़ कर और भी लम्बी कहानी कर गए.
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jab tujhse bichde, to din bhi ajeeb the,
door hokar ehsaas hua, hum tere kitne kareeb the.
जब तुझसे बिछड़े, तो दिन भी अजीब थे,
दूर होकर एहसास हुआ, हम तेरे कितने करीब थे.
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ittefaq bhi ajeeb hota hai,
ayyaj milte hai usi se, jinse bichadna hota hai.
इत्तेफ़ाक़ भी अजीब होता है,
अय्याज मिलते है उसी से, जिनसे बिछड़ना होता है.
अपनों की याद शायरी
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