दोस्तों, कभी-कभी आपको भी लड़ाई हो जाती है अपनी गर्लफ्रेंड/बॉयफ्रेंड से या किसी दोस्त से, या फिर घरवालों से। ऐसे में आपके मन में एक सवाल आता है कि क्या पहले वह मुझसे मैसेज करेगा, क्या पहले वह मेरे साथ बात करेगा, या नहीं। हर इंसान यही सोचता होगा। इस तरह के समय में आप उस इंसान को “बात नहीं करने की शायरी” भेज सकते हैं। हमने इस पोस्ट में कुछ इमेज के साथ डाली है, एक बार देखें और अगर आपको अच्छी लगे तो अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें।
मेरी कॉल का इंतजार करते हैं.
मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें,
बात करने के लिए,
चाहत होती तो दिल तुम्हारा भी,
करता बात करने का !!
आप हम से बात नहीं करते,
और हम आप के बिना,
कोई ख्वाब नहीं देखा करते।
अकेले रहने का कुछ अपना ही सुकून है,
ना किसी के आने की खुशी
ना किसी के जाने का गम.
जहर से ज्यादा खतरनाक है मोहब्बत,
जरा सा कोई चख ले
तो मर मर के जीता है.
पलटकर जवाब देना गलत बात है
लेकिन सुनते रहो तो
लोग बोलने की हदे भूल जाते है.
सच चाहता है उसे हर कोई पहचाने
और झूठ हमेशा डरता है
कोई उसे पहचान ना ले.
शायद आप नहीं जानते
अगर किसी से प्यार हो जाये
तो उससे बात किये बगैर
रात नहीं गुजरती.
नींद आ जाए तो सो जाया करो
यूँ रातों को जागने से
मेहबूब लौटा नहीं करते.
कोई भी रिश्ता अधूरा नहीं होता
बस निभाने की चाहत
दोनों तरफ होनी चाहिए.
कुछ गम ओर कुछ ठोकरें
कुछ चीखें उधार देती है
कभी कभी जिंदगी
मौत आने से पहले ही मार देती है.
तुम्हारा सिर्फ हवाओं पे शक़ गया होगा
चिराग़ खुद भी तो
जल जल के थक गया होगा.
यूँ ही उम्मीद दिलाते है जमाने वाले,
कब लौट कर आते है
छोड़कर जाने वाले.
चिंता मत करो तुम कुछ नही हम
वरना बिखर जाओगे तुम.
कुछ तारीखें बीतती नहीं
तमाम साल गुज़रने के बाद भी.
इश्क़ में ज्यादा उम्मीदें ना रख
कई सपने टूटते देखे है मैंने.
वो तो अपनी एक आदत भी न बदल सके
और हमने उनके लिए सारी जिंदगी बदल दी.
गलतियां तो हजारों माफ़ कर देते है हम
लेकिन वेबफाई एक भी नही.
बात दिल के अल्फाज़ो की होती है
वरना प्यार तो सात फेरों के बाद भी नही होता है.
अक्सर वो लोग Waqt की तरह बदल जातें है
जिनको हम हद से ज्यादा Waqt दे देते हों.
चलो मान लिया तुम्हारी आदत है तड़पना
But सोचो कोई मर गया तो.
जिस चाँद को चाहने वाले हजारों हो
वो क्या समजेगा एक सितारे की कमी को.
दिल खामोश सा रहता है आज कल
मुझे शक है कहीं मर तो नहीं गया मैं.
हर रात जान बूझकर रखता हूँ
दरवाज़ा खुला,
शायद कोई लुटेरा मेरा गम भी लूट ले..
तुम भी छोड़कर चले गए हमें
अब तम्मना न रही किसी से दिल लगाने की.
दर्द मुझको ढूंढ लेता है
रोज नए बहाने से,
वो हो गया है वाकिफ मेरे हर ठिकाने से.
बादाम खाने से इतनी अक्ल नही आती,
जितनी अक्ल धोखा खाने से आती है.
निगाहों से भी चोट लगती है जनाब
जब कोई देखकर भी अनदेखा कर देता है.
भरोसा जितना कीमती होता है
धोका उतना ही महँगा हो जाता है.
बेगाना हमने तो नहीं किया
किसी को लेकिन जिसका दिल
भरता गया वो दूर जाता गया.
इश्क़ के सपनो का
वो हर मीठा लम्हा गुजर गया
तेरा प्यार “झूठा” था
वादे करके “मुकर” गया.
कभी वक्त मिले तो सोचना जरूर
वक्त और प्यार के अलावा
तुमसे मांगा ही क्या था.
बारिश में चलने से
एक बात याद आई
फिसलने के डर से वो
मेरा हाथ पकड़ लेती थी.
ऐ इश्क़.. दिल की बात कहूँ
तो बुरा तो नहीं मानोगे
बड़ी राहत के दिन थे तेरी पहचान से पहले.
हमे न जाने कैसी
नजर लगी है इस जमाने की
अब वजह ही नही मिल रही है मुस्कुराने की.
प्यार करना हर किसी के बस की बात नहीं
जिगर चाहिए अपनी ही
खुशियां बर्बाद करने के लिए.
आपकी याद क्यों आती है
ये नही जानते है लेकिन
जब भी याद आती है
तो बहुत अच्छा लगता है.!!
घर बना कर मेरे दिल में
वो चली गई है ना खुद रहती है
और ना किसी और को बसने देती है.
तुम्हारी और हमारी रात में
बस फर्क इतना है
तुम्हारी सो के गुजरती है
हमारी रो के गुजरती है.
काश कहीं ऐसा होता वो लौट आते
और हमसे कहते
तुम होते कौन हो हमे छोड़ने बाले.
गलतियाँ करना और
किसी के साथ गलत करने में
बहुत फर्क होता है.
लोग कहते थे की
मेरा दिल पत्थर का है
यकीन मानिये कुछ लोग
इसे भी तोड़ गए.
पाना तो बहुत चाहा था
हर बार तुझे पर हर बार
तुझे न पाकर हम रोये.
जिंदगी में इतनी मोहब्बत मत करो
की बाद में वो आपसे
मुस्कुराने की वजह भी छीन ले.
ऐ दिल थोड़ी सी हिम्मत कर ना यार
दोनो मिलकर उसे भूल जाते है.