teri hasi shayari

teri hasi shayari :-

rishto ki hai yeh duniya humari,
sabse pyari hai yeh hasi tumhari,
nahi manzoor hai aasu aakho me tumhari,
khush ho jate hum dikhne pe muskan tumhari!!

रिश्तों की है यह दुनिया हमारी,
सबसे प्यारी है यह हंसी तुम्हारी,
नहीं मंजूर है आंसू आंखो में तुम्हारी,
खुश हो जाते हम दिखने पे मुस्कान तुम्हारी।


apki hasi me hai, ek nasheeli komalta,
lagta hai ab iske bagair, me itmenaan se jee nahi sakta!!

आपकी हंसी में है,
एक नशीली कोमलता,
लगता है अब इसके बगैर,
मैं इत्मीनान से जी नहीं सकता।


jane kya dhuundhti hai meri muskurahat tujh me,
jo tu hasti hai, ye kambakht mere hontho par aa bethti hai!!!

जाने क्या ढूंढती है मेरी मुस्कराहट तुझ में,
जो तू हंसती हैं, ये कम्बखत मेरे होंठो पे आ बैठती है।


khaamosh baithe hai to,
log khtai hain udaasi achhi nahee,
aur zara sa has le to,
log muskuraane ki vajah poochh lete hai.

खामोश बैठे हैं तो,
लोग कहते हैं उदासी अच्छी नहीं,
और ज़रा सा हंस लें तो,
लोग मुस्कुराने की वजह पूछ लेते है।


chehre par hasi aur dil me khushiyaan rakhta hoon,
gareeb hoon saahab par jindagi hs ke jeeta hoon.

चेहरे पर हंसी और दिल में खुशियाँ रखता हूँ,
गरीब हूँ साहब पर जिंदगी हंस के जीता हूँ।


jindagi me har dam hasna jaroori hai,
muskuraana jaroorat nahi jindagi hai,
jindagi ko is andaaj me jeeo,
jinda ho to jinda dikhna jaroori hai.

जिंदगी में हर दम हसना जरूरी है,
मुस्कुराना जरूरत नहीं जिन्दगी है,
जिंदगी को इस अंदाज में जीओ,
जिन्दा हो तो जिन्दा दिखना जरूरी है।


 

बहुतो को देखा हैं मैंने,
अपने गमो को हंसी के पीछे छिपाते हुए,
क्योकि समझ गए हैं वो,
ज़िन्दगी में ख़ुशी से बढ़कर कुछ नहीं।


 

अपनी हसी को यूं ही रहने देना,
कभी इन आंखों से आंसूओं को बहने न देना।


 

हंसते और हंसाते जाओ,
प्यार के लम्हे सजाते जाओ,
गीत कैसा भी क्यों न हो,
खुलकर गुनगुनाते जाओ।


 

होंठों पे आज हंसी खिल आई है,
प्यार की कीमत अब समझ में आई है,
जमाने वाले भी ना कर पाएंगे अलग,
अगर रब ने हमारी जोड़ी बनाई है।


 

देख कर तुम्हारी हसी हम होश अपने गवां बैठे,
होश में आने को ही थे की तुम फिर से मुस्कुरा बैठे।


 

मेरे चेहरे की हंसी हो तुम,
मेरे दिल की हर खुशी हो तुम,
मेरे होंठो की मुस्कान हो तुम,
जानेमन मेरी जान हो तुम।


 

मेरी हंसी में भी कई गम छिपे है,
डरता हूँ बताने से,
कही सबका प्यार से भरोसा न उठ जाये।


 

चेहरे की हंसी से हर गम छुपाओ,
बहुत कुछ बोलो पर कुछ ना बताओ,
खुद ना रुठो कभी, पर सब को मनाओ,
राज है ये जिंदगी का बस जीते चले जाओ।


 

चौखट पर खड़े गम को थोड़ी-सी ख़ुशी दे गये,
मोह कर मन को मेरे प्यारी-सी हँसी दे गये।


 

मेरी इस खुशनुमा जिन्दगी पर असर,
बस तेरी इस छोटी-सी हंसी का है।


 

हँसता हूँ बस औरों को हंसाने के लिए,
और अब हँसी आती भी है तो,
सिर्फ गमों को छुपाने के लिए।


 

गमों की शाम है,
चल हँस के गुजार लेंगे,
अब तक जो गलतियाँ हुई है हमसे,
इस बहाने चलो थोड़ा उसको सुधार लेंगे।


 

दूर जाने की सोच कर पास चला आता है,
दिल जलता है बहुत जब,
तेरा हँसता हुआ चेहरा नज़र आता है।


 

हँसी तेरी मेरे दिल को सींचती है,
दूर जाना चाहूँ भी मगर ये,
हँसी मुझे बार बार तेरी तरफ खींचती है।


 

आपकी हंसी हमे प्यारी लगती है,
आपकी हर खुशी हमे हमारी लगती है,
कभी दूर ना करना खुद से,
जान से भी प्यारी आपकी यारी लगती है।


 

सिर्फ इतना फर्क पड़ा है बड़े होने के बाद,
पहले आती थी, अब लाता हूं, चेहरे पर हंसी।


 

मेरी हँसी पर मत जा,
न जाने इसने मेरे कितने ही गमों को,
अपने अंदर छिपा कर रखा है।


 

होंठो पे हंसी, आंखों में खुशी,
गम का कही नाम ना हो,
ये त्योहार लाए आपकी जिंदगी में इतनी खुशियां,
जिनकी कभी शाम ना हो।


 

हंसी ख़ुशी के पल यूँही बीत जायेंगे,
बस याद आयेगी हमारी मगर उस वक्त हम ना आयेंगे।


 

अजीब दुनिया है,
खुद को हंसी आती नहीं,
औरों की हँसी भाती नहीं।


 

आप की हंसी कभी कम ना हो,
आप की आंख कभी आंसुओ से नम ना हो,
मिले जिंदगी में हर खुशी आपको,
भले उस खुशी के हम हो ना हो।


 

हंसी के रास्ते पे चला करो,
खुशियों की महक लिया करो,
जहां तुम्हे गम नज़र आए,
वहां इस दोस्त को याद किया करो।


 

किसी ने मुझसे पूछा इतना दर्द क्यों लिखते हो,
ऐसा भी क्या गिला
मैंने भी मुस्कुरा कर कह दिया,
कोई दे जाये इस चेहरे को हसी, ऐसा भी तो कोई ना मिला।